चेहरे का तेरे दीदार हो जाये
क्या किया जाये अगर प्यार हो जाये
कुछ बोलने से पहले मौन सा हो जाए
रातों को जागे और दिन में सो जाये
भूख प्यास भी बेकार सी हो जाए
क्या किया जाये अगर प्यार हो जाये
भूखा रहूँ और पेट भर जाए
थकते-थकते हर काम कर जाए
रह के सबके साथ अकेला सा पड़ जाए
क्या किया जाये अगर प्यार हो जाये
कहां चले कहां रुक जाए
हर कोई रास्ता गलत बताए
अपने ही घर में दिल खो जाए
क्या किया जाये अगर प्यार हो जाए
चेहरे में सबके तू ही नज़र आये
तेरा ही बनके रहना ये चाहे
मिलने को तुझसे ये दिल तरस जाए
क्या किया जाये अगर प्यार हो जाए
नींद न आए चैन न आए
हर पल तेरी याद सताए
मेरी सुने ना अपनी सुनाए
क्या किया जाये अगर प्यार हो जाए
लिखता रहे और लिखता ही जाए
प्यार के गीत तुझपे बनाए
तेरी कविता तुझे सुनाए
क्या किया जाये अगर प्यार हो जाए