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चिंगारी तभी सुलगती है जब हवा का साथ हो
चिंगारी तभी सुलगती है जब हवा का साथ हो
आग तभी लगती है जब धुआँ आस पास हो समंदर का वजूद भी उस नदी पर टिका...
किसे शौक था गाँव से बिछड़ने का
किसे शौक था गाँव से बिछड़ने का
बस रोटी की लाचारी थी जो शहर आ गए अपनी मिटटी के सौंधी सुगंध बड़ी प्यारी थी
अब तो आस...
अरविंद केजरीवाल: भारतीय इतिहास का सबसे शातिर, धूर्त और निकम्मा नेता
कहते हैं कि शर्म को अगर बेचकर पैसे मिले तो बेशर्म और ग़ैर ज़िम्मेदार व्यक्ति वो भी कर देगा! ऐसे बहुत से उदाहरण ...
बचपन का दुर्गापूजा
प्रत्येक व्यक्ति जब वो अपने बचपन को जी रहा होता है उस के लिए उमंग-उत्साह का त्यौहार है दुर्गापूजा। प्रातः काल स्नान करके दुर्गापूजा और...
ये सांस का मुकद्दर भी कहां तक रहेगा
ये सांस का मुकद्दर भी कहां तक रहेगा
वहीं, जहां धड़कनों का सैलाब बहेगा उनको कहां किस बात की कमी होगी यारों
घरों में जब उनके सोना...
जिंदगी पेचीदा है, शहर बज़्म से सजा है
जिंदगी पेचीदा है, शहर बज़्म से सजा है
मेरे रुआब में कोई गर्द सा सटा है गैर जरूरी शिकवे यहां पुरजोर हैं
और तल्खियों का अलग मसला...
दिलों में इरादों की मशाल लेकर चलता हूं
कभी अपनी धुन में कभी बेपरवाह रहता हूं
मैं परिंदों सा उड़ने का हौसला रखता हूं मुझे यकीन है कि कई लोग बड़े परेशान हैं
मैं बस...
दिलासा क्या दूँ दिल को
दिलासा क्या दूँ दिल को, ये भटक रहा है
किसी और की सरपरस्ती में उछल रहा है जानता हूँ मैं ये कि गलत राह पर हूँ
फिर...
शरीर थक गया, वहम का आगोश है
शरीर थक गया, वहम का आगोश है
और लोग कहते हैं जिंदगी में जोश है चीख कर दुनिया ने मेरा दर्द देखा
और अपने अभी तक खामोश...
धड़कने बयां करती है ज़िन्दगी की किश्तें
धड़कने बयां करती है ज़िन्दगी की किश्तें
सांसों का गुच्छा अब टूट रहा है आगजनी होती है सोच में सभी के
गुस्सा अब बेधड़क फूट रहा है जो...