उसे सामने देखकर लफ़्ज़ रुक गए
उसे सामने देखकर लफ़्ज़ रुक गए
ख्वाबों में तो कितना बतियाते थे कभी गौर नहीं किया अपने तेवरों पर
बात बात पर हम भी गरियाते थे वो कौन...
साँझ का एक टुकड़ा
टूटी हुई शाखें दरख़्त के मायने तलाशती हैं
बिखरी हुई पत्तियां मिटटी के घरोंदे सजाती है कभी जो अनजाने में तुमसे गलती हो गई
पल भर मे...
खाक बड़ा था ये समंदर भी
खाक बड़ा था ये समंदर भी
एक बूंद भी तिश्नगी इस से नहीं बुझी बढ़ाए थे अपने कदम कि रास्ते मिलेंगे
पर जाने क्यों अपनी मंजिलें नहीं...
ठौर
वक्त तू मुझे कहता है चलने को
और खुद है कि रोज़ दौड़ लगाता है अभी पड़े हैं हम घर के किसी कोने में
बिस्तर का रोग...
ये इश्क़ भी बड़ा अजीब है
ये इश्क़ भी बड़ा अजीब है
जो दिल से दूर है उसके करीब है वो मेरे सामने अमीरी का शौक दिखाते हैं
मगर मेरी शख़्सियत तो बड़ी...
जेएनयू का जहरीला जातिवाद: ब्राह्मणों और सवर्णों का अपमान
आज का भारत जहाँ विश्व को रास्ता दिखा रहा है और नए - नए कीर्तिमान गढ़ रहा है, वहीँ देश में विद्रोही ताकतों को...
राम मन में हैं मेरे
राम मन में हैं मेरे
राम जीवन हैं मेरे
राम की महिमा निराली
राम नस नस में बसे
आज मेरे राम की जन्मभूमि सज गई
कितने वर्षों सूनी थी...
एक 3 साल के बच्चे को मिला 16 वीं शताब्दी का गोल्डन पेन्डेन्ट
2010 में, एक 3 साल के बच्चे को 16 वीं शताब्दी का गोल्डन पेन्डेन्ट मिला जिसकी कीमत $ 4 मिलियन थी।...
हारा हुआ व्यक्ति भी जीत सकता है
हारा हुआ व्यक्ति भी जीत सकता है
यदि अनवरत प्रयास करे तो
मगर गिरी हुई सोच का व्यक्ति
कभी नहीं उठ सकता।
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ये धूप चटक होती है
ये धूप चटक होती है
यूं सर्द गरम होती है
अब शाम की फुहारों में
दिन रात जलन होती है यूं शहर भी सूना पड़ा
ये दर्द भी दूना...
ये सांस का मुकद्दर भी कहां तक रहेगा
ये सांस का मुकद्दर भी कहां तक रहेगा
वहीं, जहां धड़कनों का सैलाब बहेगा उनको कहां किस बात की कमी होगी यारों
घरों में जब उनके सोना...