मिलता नहीं है यारों मंज़िल का निशां
कहाँ पर आसमान और ज़मीन होते हैं
फुर्सत नहीं है ज़िन्दगी में, लेकिन झमेला है
वक़्त के तेवर भी बड़े महीन होते हैं
सूखा और बदरंग तो नहीं है खैर
खुशफहमी के मंज़र भी रंगीन होते हैं
आसान मत समझना ज़िन्दगी के फलसफे को
इसके इरादे भी बड़े संगीन होते हैं
कोई वजह ज़रूर है कि रब इम्तिहान ले रहा है
उसके फैसले हमेशा बेहतरीन होते हैं